मैया जी देना वरदान,
जी होके दयावान,
करें हम तुम्हारा गुणगान,
ना रस्ते से भटके,
किसी को भी ना खटके,
रहे तेरे चरणों में सदा ध्यान।।
तर्ज – घोड़ी पे होके सवार।
तू ज्योता वाली,
जग से निराली,
मूरत तुम्हारी है माँ,
भोली भाली,
धर्म बचाने को,
पाप मिटाने को,
तुम्ही बन जाती हो,
चामुंडा काली,
तेरा दिल सागर है,
ममता का माता,
तेरा चरण पूजता है,
जग का विधाता,
तेरी महिमा है सबसे महान,
मईया जी देना वरदान,
जी होके दयावान,
करें हम तुम्हारा गुणगान,
ना रस्ते से भटके,
किसी को भी ना खटके,
रहे तेरे चरणों में सदा ध्यान।।
राधा भी तुम हो,
सीता भी तुम हो,
तुम्ही महागौरी हो,
शिवानी मैया,
गंगा का रूप तू,
तुलसी स्वरुप तू,
शारदा भी तू ही,
तू भवानी मैया,
कही माता शीतला,
शीतल है छाया,
कहीं महालक्ष्मी,
कहीं महामाया,
तेरी रचना है,
सारा ही जहान,
मैया जी देना वरदान,
जी होके दयावान,
करें हम तुम्हारा गुणगान,
ना रस्ते से भटके,
किसी को भी ना खटके,
रहे तेरे चरणों में सदा ध्यान।।