मिलता है सच्चा सुख केवल,
मैया तुम्हारे चरणों में,
यह विनती है हर पल मैया,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
तर्ज – मिलता है सच्चा सुख केवल।
चाहे बैरी जग संसार बने,
चाहे जीवन मुझ पर भार बने,
चाहे मौत गले का हार बने,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
चाहे अग्नि में मुझे जलना हो,
चाहे कांटो पे मुझे चलना हो,
चाहे छोड़ के देश निकलना हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
चाहे संकट ने मुझे घेरा हो,
चाहे चारों और अंधेरा हो,
पर मन नहीं डगमग मेरा हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
जिव्हा पे तुम्हारा नाम रहे,
तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे,
तेरी याद मे आठों याम रहे,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
मिलता है सच्चा सुख केवल,
मैया तुम्हारे चरणों में,
यह विनती है हर पल मैया,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल।।
स्वर – विधि देशवाल।