मन नो मोरलियो रटे तारु नाम म्हारी झोपड़िये आवो म्हारा राम

मन नो मोरलियो, रटे तारु नाम, म्हारी झोपड़िये, आवो म्हारा राम, एक वार आवी पुर, हईया केरी हाम, म्हारी झोपड़िये, आवो म्हारा राम।bd। सूरज उगे ने म्हारी, उगती रे आशा, संध्या ढ़ले ने म्हने, मढ़ती निराशा, रात दिवस म्हने, सूझे नहीं काम, म्हारी झोपड़िये, आवो म्हारा राम, मन नो मोरलियों, रटे तारु नाम, म्हारी झोपड़िये, … Continue reading मन नो मोरलियो रटे तारु नाम म्हारी झोपड़िये आवो म्हारा राम