मंदिर में आऊंगा,
दर्शन मैं पाऊंगा,
शीश झुकाके मैं,
तुमको मनाऊंगा,
मैं हूँ पूजारी प्रभु आपका,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
हम है पुजारी शनि आपके,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
द्वारे पे आएंगे,
घंटी बजाएंगे,
तेल चढ़ा के हम,
तुमको मनाएंगे,
भक्तों की सुन लो पुकार,
ओ मेरे बाबा शनिजी।।
तर्ज – अब ना छुपाऊंगा।
तू प्रभु मैं पुजारी हूं,
तेरी भक्ति करता हूं,
तेरी सेवा करने से,
ना किसी से मैं डरता हूं,
तू दाता मैं भिखारी,
भर दो झोली हमारी,
झूमेंगे नाचेंगे,
मस्ती में गाएंगे,
द्वार से तेरे हम,
खाली न जाएंगे,
भर दो झोली शनि देव जी,
मेरी झोली है खाली,
हम हैं पुजारी शनि आपके,
ओ मेरे बाबा शनि जी।।
नौ ग्रहों में हो सबसे बड़े,
सबकी बिगड़ी बनाते हो,
तेरे दर पर आने से,
सबके कष्ट मिटाते हो,
शनिदेव बिगड़ी बनाओ,
आया हूं दर पे तुम्हारे,
दूर से आते हैं,
दर्शन को तेरे सब,
श्रद्धा भक्ति से वह,
करते हैं पूजा-पाठ,
सबकी सुन लो पुकार,
ओ मेरे बाबा शनिजी,
हम हैं पुजारी शनि आपके,
ओ मेरे बाबा शनि जी।।
मैं दीवाना हो गया हूं,
चरणों में अपने रख लेना,
अपने सेवक का शनि जी,
जग में नाम करा देना,
सुन लो अर्जी मेरी तुम,
काटो कष्ट सभी तुम,
पिपलिया में आ जाओ,
भक्त पुकारे आज,
दर्शन तुम दे जाओ,
नैया लगेगी पार,
‘आनंद’ पे कृपा राखजो,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
भक्तों की सुनलो पुकार,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
हम हैं पुजारी शनि आपके,
ओ मेरे बाबा शनि जी।।
मंदिर में आऊंगा,
दर्शन मैं पाऊंगा,
शीश झुकाके मैं,
तुमको मनाऊंगा,
मैं हूँ पूजारी प्रभु आपका,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
हम है पुजारी शनि आपके,
ओ मेरे बाबा शनि जी,
द्वारे पे आएंगे,
घंटी बजाएंगे,
तेल चढ़ा के हम,
तुमको मनाएंगे,
भक्तों की सुन लो पुकार,
ओ मेरे बाबा शनिजी।।
गायक / प्रेषक – पं. आनंद जोशी गुरु।
9109429988