मने धर दिया लाल लंगोट,
झुम के आ बाबा।।
देखे – मेरे बाबा ज्योत पे आजा।
लरजण लागी ज्योत तेरी हो,
सुणले बाबा अर्ज मेरी हो,
तेरा बारे दस का नोट,
झुम के आ बाबा।।
संकट काट खेल बलकारी,
पेशी तेरी ज्योत प आरी,
मना दी लाडु की जोट,
झुम के आ बाबा।।
क्यों ना ज्योत प उबकारे हो,
रोग ओपरा ना तारे हो,
के होया मेरे ते खोट,
झुम के आ बाबा।।
सतबीर भगत तने याद करे स,
मुकेश शर्मा ध्यान दरे से,
तने पूजै भगत अशोक,
झुम के आ बाबा।।
मने धर दिया लाल लंगोट,
झुम के आ बाबा।।
गायक – मुकेश शर्मा।
प्रेषक – दीपक धर्मसोत।
9034438935