माँगा है मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
तर्ज – मिलती है जिंदगी में
जिस पर प्रभु का हाथ था,
वो पार हो गया,
जो भी शरण मे आ गया,
उद्धार हो गया,
जिसको भरोसा श्याम पर,
डूबा कभी नही,
जिसको भरोसा श्याम पर,
डूबा कभी नही,
माँगा हैं मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
कोई समझ नहीं सका,
माया बड़ी अजीब,
जिसने प्रभु को पा लिया,
है वो ही खुश नसीब,
इसकी मर्ज़ी के बिना,
पत्ता हीले नही,
मांगा हैं मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
ऐसे दयालु श्याम से,
रिश्ता बनाइये,
मिलता रहेगा आपको,
जो कुछ भी चाहिए,
ऐसा करिश्मा होगा जो,
होता कभी नहीं,
माँगा हैं मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
कहते है लोग जिंदगी,
किस्मत की बात है,
किस्मत बनाना भी मगर,
इनके ही हाथ है,
बनवारी कर यकीन अब,
ज्यादा समय नहीं,
मांगा हैं मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
माँगा है मैने श्याम से वरदान एक ही,
तेरी दया बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।।
सुर ,लय ,ताल की अद्भुत त्रिवेणी संगम
बहुत सुन्दर !
Bahut hi madhur pyara bhajan hai