मारे टूटी झोपड़िया छपर रे,
थारे कंचन महल करोड़ा रो,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
सांची प्रीत है पाकी बन्दगी,
तारो चाहे डूबा दीजो,
जु हाक्यो अर्जुन रो रथड़ो,
साथ मारो भी धर दीजो,
नरसी के बन किसनो खाती,
काज सवारयो भगता को,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
आप ठाकुर मैं करा चाकरी,
आस पुरावो बड़ी बड़ी,
लक्ष्मी रा भरतार हो धणिया,
थाने हि सुमरा घडी घडी,
लाज राखजो दीनदयाला,
डंको बाजे साँवरिया को,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
गलती गुना थे माफ करजो,
चरणा मे दीजो वासो,
सेठ सांवरिया मेहर करी,
भगता के करजो थे आछो,
विष को अमृत आप करयो,
यो वीणो बोले मीरा को,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
ना बंगलो ना मोटर मांगू,
सोना रूपा हिरा मोती,
दर्शन मांगू सेवा पूजा,
मनडा में थारी ज्योति,
जनम जनम सुरेश दीवानो,
मोहन मुरली वाला को,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
मारे टूटी झोपड़िया छपर रे,
थारे कंचन महल करोड़ा रो,
मैं थारे भरोसे सांवरिया,
तू यार गरीब सुदामा रो।।
Singer – Ratan Rao Sihana
प्रेषक – शंभू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560