माता बेरी आली,
यूं बुलावै तेरा लाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
तर्ज – एक परदेसी मेरा।
जयपुर तै री तेरी,
चुंदड़ी मंगाई सै,
बाहर भवन तै आज्या,
क्यांकि वार लगाई सै,
अपने बेटे की आकै,
करले संभाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
जगमग जगमग तेरी,
ज्योत जगा दूंगा,
हल्वे खीर मखाणे का,
भोग लगा दूंगा,
तनै लेण ने आया,
मतना करिए टाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
बेरी तेरे भवंना में,
मेला लागै भारी मां,
पान फूल ध्वजा नारियल,
भेंट चढ़ा दी सारी मां,
जी ते प्यारी लागै,
मंद मंद चाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
कृष्ण जुएँ आले पे तू,
हाथ राखिए,
विजय सोनी बेटे ने भी,
साथ राखिए,
मंजीत का बैंजू पै,
देखो कमाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
माता बेरी आली,
यूं बुलावै तेरा लाल री,
एकबै औढ़ दिखादे आकै,
मनैं चुंदड़ी लाल री।।
Singer – Karishan Juan Wale
9813297388
Writer – Vijay Soni Kathura
9896945003
Manjeet Musical Group Juan