माताजी रा मिन्दरिया में,
बांध्यो रे हिण्डोलो,
बांध्यो रे हिण्डोलो,
लाख आवे ने लाख जावे म्हारी माँ,
लाख आवे ने लाख जावे म्हारी माँ।।
लाल चुनडीया म्हारी कोई,
माताजी ने सोवे,
प्यारी घनेरी लागे,
भगत ओडावे थेतो ओडो म्हारी माँ,
भगत ओडावे थेतो ओडो म्हारी माँ,
सिर पर रखडी नाक में नथडी,
बिन्दिया प्यारी लागे,
बिन्दिया प्यारी लागे,
भगतो ने दर्शन देवे म्हारी माँ,
भगतो ने दर्शन देवे म्हारी माँ।।
सिंह सवारी कोई म्हारा,
माताजी ए आवे,
जगदम्बा पधारे,
संग माई काला गोरा लावे म्हारी माँ,
संग माई काला गोरा लावे म्हारी माँ,
आगे आगे भेरूजी कोई,
डमरू बजावे डमरू बजावे,
लारे लारे मैया चली आवे म्हारी माँ,
लारे लारे मैया दौडी आवे म्हारी माँ।।
अरेे ऊंचा भाकर माई म्हारा,
माताजी बिराजे,
जगदम्बा बिराजे,
सेवकीया ने दर्शन देवो म्हारी माँ,
टाबरिया ने दर्शन देवो म्हारी माँ,
अरे मगरा डूंगर माई कोई,
माताजी बिराजे जगदम्बा बिराजे,
सेवकीया पर किरपा थेतो,
राखो म्हारी माँ,
सेवकीया पर किरपा थेतो,
राखो म्हारी माँ।।
तीन लोक ओर चौदह भवन में,
गुण थारा ए गावे,
गुण घनेरा गावे,
ब्रह्म विष्णु महेश मनावे,
म्हारी माँ,
ब्रह्म विष्णु महेश मनावे,
म्हारी माँ,
नारद शारद माताजी रा,
गुण एतो गावे गुण एतो गावे,
बावन भेरू चौसठ जोगन,
आवो म्हारी माँ,
बावन भेरू चौसठ जोगन,
आवो म्हारी माँ।।
माता चुडलो बाया बाजुबंध,
नखल्या मेहन्दी सोवे,
मेहन्दी घनेरी सोवे,
सेवकीया रमता आया म्हारी माँ,
सेवकीया रमता आया म्हारी माँ,
पग मे पायल बिछिया मैया,
छम छम थारे बाजे,
छम छम थारे बाजे,
सिंह सवारी दर्शन म्हाने,
देवे म्हारी माँ,
सिंह सवारी दर्शन म्हाने,
देवे म्हारी माँ।।
अबके तो माताजी म्हारा,
पीयू घर आवे,
पियू घर आवे,
देवु रे छेडा बंधी जात म्हारी माँ,
देवु मे जडोल्या री जात म्हारी माँ,
म्हारा पीयू पर माताजी कोई,
ठंडी छाया राखो छत्तर छाया राखो,
आंगनीया थे रमता आवो म्हारी माँ,
आंगनीया थे रमता आवो म्हारी माँ।।
ढोल नगाडा म्हारा कोई,
माताजी रे बाजे,
जगदम्बा रे बाजे,
ननंद भोजाया साथे,
नाचे म्हारी माँ,
ननंद भोजाया साथे,
नाचे म्हारी माँ,
अरे हालो ननंद बाई नंदोई ने,
साथे थेतो लेवो साथे थेतो लेवो,
माताजी रे गरबा रमवा,
जावा म्हारी माँ,
माताजी रे गरबा रमवा,
जावा म्हारी माँ।।
‘श्याम पालीवाल’ माताजी ए,
गुण थारा गावे,
द्वारे थारे आवे,
रवि, नूतन माताजी ने ध्यावे,
म्हारी माँ,
रवि नूतन माताजी ने ध्यावे,
म्हारी माँ,
मुकेश चौधरी माताजी रा,
गुण घनेरा गावे गुण घनेरा गावे,
सज्जन सिंह जी ने,
चरना राखो म्हारी माँ,
नरेंद्र जी ने चरना मे,
राखो म्हारी माँ।।
माताजी रा मिन्दरिया में,
बांध्यो रे हिण्डोलो,
बांध्यो रे हिण्डोलो,
लाख आवे ने लाख जावे म्हारी माँ,
लाख आवे ने लाख जावे म्हारी माँ।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818