माया कमाई तूने मोकली रे,
पण ईको काई करलो म्हारा यार,
दो दिन को तू पावणो रे।।
भागियो फिरे दिन रात में रे माया,
पईसो तने ऑठो फेर नचाई,
दो दिन को तू पावणो रे।।
रोज ठगे तू दूसरा रे,
आज तु आख्या आगे ठगाई,
दो दिन को तू पावणो रे।।
जन्म मिलेला या तो मोल मे रे,
चाहे तू मोहरा लाख लगाय,
दो दिन को तू पावणो रे।।
समझ समझ नर बावला रे,
थाका गोपाल हरि गुण गाई,
दो दिन को तू पावणो रे।।
माया कमाई तूने मोकली रे,
पण ईको काई करलो म्हारा यार,
दो दिन को तू पावणो रे।।
गायक – मनोहर परसोया।