मेहंदीपुर में बालाजी की,
लगै अदालत भारी,
सोट्टे गेल्यां करै फैसला,
बजरंगी बलकारी,
जय जय जय जय जय जय।।
तर्ज – सात अजूबे इस दुनिया में।
सभ तरीया के चाल्लैं,
केश अदालत म,
लेकै मुकदमे जावै,
देश अदालत म,
ना कोए पर्ची पडै़ कटाणी,
फाईल भी कोन्या बणवाणी,
लाड्डु म दरखास लागती,
होज्या मुकदमा जारी,
जय जय जय जय जय जय।।
आप्पे जज और आप्पे,
बाबा वकील ओडै़,
तुरन्त सुणाई होवै,
कोन्या ढील ओडै़,
पल म खूलज्या लेखा जैखा,
कोन्या किसे ढाल का धोखा,
ब्यान होवैं सभ सच्चे सच्चे,
चाल्लै ना होशीयारी,
जय जय जय जय जय जय।।
बुरे काम की सजा तो,
बिलकुल माफ नही,
सच्ची अदालत मिलता,
है इन्साफ सही,
भजता राम नाम जो दिल त,
करता बाहर उनै मुशकिल त,
अरै राम नाम और रामभगत त,
प्रीत स इसनै गहरी,
जय जय जय जय जय जय।।
मारकै सोटा तोडै़ सै,
ऊतपाती नै,
करता लक्की नमन,
दीन के साथी न,
कुड़ल्याण आला दिल म बसारया,
कोन्या गजेन्द्र झुठी कहरया,
अरै एक तरफ मेरे बालाजी,
और एक नै दुनीया सारी,
जय जय जय जय जय जय।।
मेहंदीपुर में बालाजी की,
लगै अदालत भारी,
सोट्टे गेल्यां करै फैसला,
बजरंगी बलकारी,
जय जय जय जय जय जय।।
गायक – लक्की भारद्वाज पिचौलिया।
9034 28 3904
लेखक / प्रेषक – गजेन्द्र स्वामी कुड़ल्याण।
9996800660