मेलो आयो भादवा रो,
कोई झाला दे रे बुलाय रुणिजे वाला,
पीर जी मेलो जोर भरायो जी।
मेलो जोर भरायो जी।4
१.अजमल जी रा लाडला जी कोई।2
गाँव रुणिजे बिराजे,
रुणिजे वाला पीर जी,
मेलो जोर भरायो जी।4
२. रुनझुन बाजे घुघरा जी,
कोई रुनझुन बाजे2,
कोई होवे लीले रे सवार,
रुणिजे वाला पीर जी,
मेलो जोर भरायो जी।4
३. ढोल नगाड़ा नोबता जी कोई।2
कोई ढोल नगाडा।
कोई हो रही जय जयकार।
रुणिजे वाला पीर जी,
मेलो जोर भरायो जी।4
४.महिमा अपरंमपार जी कोई,
महिमा अपरंमपार जी।
‘पिंकी’ महिमा गाए,
रुणिजे वाला पीर जी,
मेलो जोर भरायो जी।4
स्वर & लिरिक्स – पिंकी गहलोत।
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