मेरा बाबा लखदातारी,
करे नीले की सवारी।
नीले पे तो चढ़के तू आता,
मोरछड़ी संग लाता जी,
मोरछड़ी संग लाता,
बड़ा लखदातारी,
मेरा खाटू वाला जी,
भक्तो का रखवाला ओ मेरा,
बाबा खाटू वाला जी,
बाबा खाटू वाला,
हारे का साथी बनता,
बाबा श्याम जी,
मेरा बाबा लखदातारी,
करे नीले की सवारी,
खाटू श्याम रे, ओ बाबा श्याम रे,
तू तो तीन बाण का धारी,
तेरी महिमा जग से न्यारी,
खाटू श्याम रे, ओ बाबा श्याम रे।।
जब जब मैं तो खाटू आता,
नाम तेरा मैं लेता जाता,
काम मेरा बन जाता,
ओ श्यामा,,,,
ओ खाटू वाले जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भर दो जी,
‘योगेश वत्स’ बाबा तेरे गुण गावे जी,
तेरे गुण गावे,
‘मुकेश शर्मा’ संग में ओ जी,
मेंरा बाबा लखदातारी,
करे नीले की सवारी,
खाटू श्याम रे, ओ बाबा श्याम रे,
तू तो तीन बाण का धारी,
तेरी महिमा जग से न्यारी,
खाटू श्याम रे, ओ बाबा श्याम रे।।
गायक – योगेश वत्स।