मेरा बाबा रंग रंगीला,
मैं तो नाचूंगी,
मेरा बाबा बड़ा सजीला,
मैं तो नाचूंगी,
दर तेरे आके ज्योत जलाके,
सबको बुलाके हाथ उठाके,
मैं तो नाचूंगी,
हाँ मैं तो नाचूंगी,
जी नाचूंगी जी नाचूंगी,
मेरा बाबा रँग रँगीला,
मैं तो नाचूंगी।।
तर्ज – मैं तो नाचूंगी।
यूँ तो मेरे खाटूवाले ने,
सबकी ही किस्मत सँवारी,
पर मुझको लगता है ऐसा,
मुझ पे तो कृपा है भारी,
तुमने दिया है मैंने लिया है,
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है,
मैं तो नाचूंगी,
मेरा बाबा रँग रँगीला,
मैं तो नाचूंगी।।
जीवन में अपने मज़ा है,
खाटू वाले की कृपा है,
मांगे तो क्या ‘गिन्नी’ मांगे,
ऐसा भी क्या अब बचा है,
एक सहारा श्याम हमारा,
मैंने पुकारा तूने पुकारा,
मैं तो नाचूंगी,
मेरा बाबा रँग रँगीला,
मैं तो नाचूंगी।।
मेरा बाबा रंग रंगीला,
मैं तो नाचूंगी,
मेरा बाबा बड़ा सजीला,
मैं तो नाचूंगी,
दर तेरे आके ज्योत जलाके,
सबको बुलाके हाथ उठाके,
मैं तो नाचूंगी,
हाँ मैं तो नाचूंगी,
जी नाचूंगी जी नाचूंगी,
मेरा बाबा रँग रँगीला,
मैं तो नाचूंगी।।
स्वर – गिन्नी कौर जी।
बहुत बहुत सुन्दर