पहली बार बाबा ने देखके,
मेरा मन हर्षायो,
मेरा बाबा श्याम निराला,
यो सारी दुनिया ने भायो।।
तीन बाण धारी न सबके,
भर दिए भंडार रे,
जो भी शरण में आवे इसकी,
पूरे कर दिए काम रे,
बाबा के दर जाके मने,
चरणा में शीश झुकायो,
मेरा बाबा श्याम नीराला,
यो सारी दुनिया ने भायो।।
जब में बाबा दर पै तेरे,
आया था हो हार के,
तने उठा के गले लगाया,
कर दिया बेड़ा पार रे,
हारे का सहारा तू,
सारी दुनिया में कहलायो,
मेरा बाबा श्याम नीराला,
यो सारी दुनिया ने भायो।।
श्याम धनी के दर्श बिना,
मने आवे कोन्या रास रे,
जो भी सेवा करे श्याम की,
पूरे होज्या ढाठ रे,
‘चिराग बंसल’ ने बाबा का,
यो प्यारा भजन बनाओ,
मेरा बाबा श्याम नीराला,
यो सारी दुनिया ने भायो।।
पहली बार बाबा ने देखके,
मेरा मन हर्षायो,
मेरा बाबा श्याम निराला,
यो सारी दुनिया ने भायो।।
गायक – चिराग बंसल।
7404695340