मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला।।
माथे चन्दा सुहाए,
जटा गंगा बहाये,
कमर बांधे हुए मृगछाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।।
खाते भंगिया धतूर,
करें नशा भरपूर,
समुद्र मंथन का विष पीने वाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।।
रहे परबत कैलाश,
गौरा मइया के साथ,
गोद में बैठे गणपति लाला,
मेरा भोला बडा मतवाला।।
मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला।।
गायक – हरिवंश प्रताप।
8765674570