मेरा श्याम खाटू वाला,
सबको गले लगाए,
जो भी जहाँ से हारा,
उसके बने सहारे,
मेरा श्याम खाटु वाला
सबको गले लगाए।।
तर्ज – तुझे भूलना तो चाहा।
तेरी दया दयालु,
कैसे बयां करूँ बता,
उपकार तेरा सांवरे,
कैसे उतारूंगा बता,
जितनी बयां करूँ मैं,
उतनी ही बढ़ती जाए,
मेरा श्याम खाटु वाला
सबको गले लगाए।।
तेरी दया से सांवरे,
परिवार पल रहा मेरा,
बोले बिना ही भर दिया,
दामन जो खाली था मेरा,
इतना दिया दयालु,
झोली में ना समाये,
मेरा श्याम खाटु वाला
सबको गले लगाए।।
‘योगेंद्र कमल’ की आरज़ू,
करले कबूल सांवरे,
निकले अगर जो दम मेरा,
तुम हो हमारे सामने,
अगला जनम मिले तो,
सेवा में इसे बिताएं,
मेरा श्याम खाटु वाला
सबको गले लगाए।।
मेरा श्याम खाटू वाला,
सबको गले लगाए,
जो भी जहाँ से हारा,
उसके बने सहारे,
मेरा श्याम खाटु वाला
सबको गले लगाए।।
Singer & Writer – Yogender Kamal