जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया,
जब भी गमों ने घेरा,
जब भी गमों ने घेरा,
मेरा यार बनके आया,
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया।bd।
भटका जो राहों से तो,
राहें मुझे दिखाई,
गिरने लगा जो झट से,
पकड़ी मेरी कलाई,
जब भी फसा भवर में,
जब भी फसा भवर में,
पतवार बनके आया,
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया।bd।
दुनिया की दोस्ती तो,
केवल है एक दिखावा,
तू मेरा है ये कहकर,
करते है बस छलावा,
इस झूठे जग के अंदर,
इस झूठे जग के अंदर,
रखवार बनके आया,
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया।bd।
करता ‘रसिक’ सदा है,
आभार सांवरे का
जो कुछ भी आज हूं मैं,
उसमें है हाथ इसका,
खाली पड़ी थी दुनिया,
खाली पड़ी थी दुनिया,
परिवार बनके आया,
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया।bd।
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया,
जब भी गमों ने घेरा,
जब भी गमों ने घेरा,
मेरा यार बनके आया,
जब भी पड़ी जरूरत,
हर बार है ये आया।bd।
Singer – Chhaya Singhal