मेरे भोले बाबा,
निराली तेरी शान है,
पल भर में कर देते भोले,
निर्धन को धनवान है,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
काशी में बैठे हो भोले,
विश्वनाथ अवतारी,
गंगा शीश विराजी जिनके,
तीन नेत्र त्रिपुरारी,
तिरलोकी कहलाते स्वामी,
महिमा बड़ी महान है,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
उज्जैन नगरी के राजा,
महाकाल कालेश्वर,
भूमिपति कहाये भोला,
बनकर के भुवनेश्वर,
सुर नर मुनि गन्धर्व कहूँ क्या,
पूजे तुम्हें जहान है,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
रामचंद्र ने तुमको पूजा,
रामेश्वर कहलाये,
रावण का अभिमान घटाया,
राम की विजय कराए,
सीता को लंका में तुमने,
दिया अटल वरदान है,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
अमरनाथ में बैठे स्वामी,
अपना झंडा गाड़ के,
निर्धन है ‘बेनाम’ तुम्हारा,
दे दो छप्पर फाड़ के,
ओघड़ दानी की भक्ति में,
ये जीवन कुर्बान है,
Bhajan Diary Lyrics,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
मेरे भोले बाबा,
निराली तेरी शान है,
पल भर में कर देते भोले,
निर्धन को धनवान है,
मेरे भोलें बाबा,
निराली तेरी शान है।।
स्वर – शहनाज़ अख्तर।
प्रेषक – दीपक।