बड़ी दूर से चलकर आया हूँ मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ, तर्ज – आवारा हवा का झोका हूँ बड़ी दूर से चलकर आया हू, मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए, मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए, एक फूल गुलाब का लाया हूँ, चरणों में तेरे रखने के लिए।। ना रंग महल की अभिलाषा, ना इक्छा सोने चांदी की, ना रंग … Continue reading बड़ी दूर से चलकर आया हूँ मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए
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