मेरे महाकाल को प्यारे,
तू अजमा के देख ले,
तेरे दुख संकट कट जायेंगे,
तू आके देख ले,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए।।
महाकाल का पावन दर्शन,
देता है विश्वास,
मिलती है इस मन को शक्ति,
पूरी होती आस,
एक बार मन में,
बसा के देख ले,
तेरे दुख संकट कट जायेंगे,
तू आके देख ले,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए।।
महाकाल के साथ देखो,
महाकाल का लोक है,
सुंदर चित्रण मन को हरता,
दिल का मिटता शोक है,
ज्योतिर्लिंग की महिमा न्यारी,
गा के देख ले,
तेरे दुख संकट कट जायेंगे,
तू आके देख ले,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए।।
अवंतिका का दर्शन,
शिप्रा मैया की गोद,
हरसिद्धि और रामघाट,
गढ़कालिका की ओट,
जीवन चिंतामन चिंता हरते,
ध्याके देख ले,
तेरे दुख संकट कट जायेंगे,
तू आके देख ले,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए।।
मेरे महाकाल को प्यारे,
तू अजमा के देख ले,
तेरे दुख संकट कट जायेंगे,
तू आके देख ले,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए,
वो है तो तुझे फिर,
और क्या चाहिए।।
लेखक / गायक – जीवन योगी।
प्रेषक – ऋषि विजयवर्गीय।
7000073009