मेरे प्यारे कन्हैया,
ओ बंसी बजैया,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
छोटी गैया चराने आजा,
छोटी गैया चराने आजा,
मेरे प्यारे कन्हैंया,
तू बंसी बजैया।।
तर्ज – मेरी प्यारी बहनिया बनेगी।
देवकी ने जायो,
को जशोदा जी बतायो,
कोई नन्द बतायो,
कोई वासु जी बतायो,
यशुमति ने तुझपे जो,
ममता लुटाई,
सबको फिर से बताने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
मेरे प्यारे कन्हैयाँ,
तू बंसी बजैया।।
खुल गए सारे ताले,
बिना किसी चाबी,
काली रातें अंधियारी,
तूने की उजाली,
जग में जो छाया है,
फिर से अँधेरा,
फिर से उसको मिटाने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
मेरे प्यारे कन्हैयाँ,
तू बंसी बजैया।।
छोटी छोटी गाएँ तेरी,
छोटे छोटे ग्वाला,
प्यारी प्यारी गोपियाँ,
बुलाए नंदलाला,
छीके पे रखे दही और माखन,
उनको फिर से चुराने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
मेरे प्यारे कन्हैयाँ,
तू बंसी बजैया।।
मेरे प्यारे कन्हैया,
ओ बंसी बजैया,
फिर से बंसी बजाने तू आजा,
छोटी गैया चराने आजा,
छोटी गैया चराने आजा,
मेरे प्यारे कन्हैंया,
तू बंसी बजैया।।