मेरे सतगुरू तेरी नौकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी भजन लिरिक्स
मेरे सतगुरू तेरी नौकरी, सबसे बढ़िया है सबसे खरी।। तर्ज-जिंदगी की ना टूटे लड़ी। मेरे सतगूरू तेरी नौकरी, सबसे बढ़िया है सबसे खरी, तेरे दरबार की हाजरी, सबसे बढ़िया है सबसे खरी॥॥ खुशनसीबी का जब गुल खिला, तब कही जाके ये दर मिला, हो गई अब तो रहमत तेरी, सबसे बढ़िया है सबसे खरी॥॥ मै … Continue reading मेरे सतगुरू तेरी नौकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी भजन लिरिक्स
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