फूलों में सज रहे है,
फूलों में सज रहे है,
अपना बना रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे हैं।।
जो भी है उनके दर गया,
दीवाना हो गया है,
जीवन से जो है हारा,
अवसर यह मिल गया है,
अपनी कृपा से श्याम जी,
अपनी कृपा से श्याम जी,
सृष्टि चला रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे हैं।।
तेरे बिना ये सांवरे,
जीवन सफल नहीं है,
हम पर कृपा हो आपकी,
हमें कोई गम नहीं है,
मेरे प्रभु श्री श्याम को,
मेरे प्रभु श्री श्याम को,
जो दिल से मना रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे हैं।।
इतनी कृपा हे बाबा,
हम पर बनाए रखना,
सेवा करूं सदा में,
चरणों की धूल रखना,
कहता सचिन है सुन लो,
कहता सचिन है सुन लो,
वह सबको बुला रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे हैं।।
फूलों में सज रहे है,
फूलों में सज रहे है,
अपना बना रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे है,
देखो तो पलके खोलकर,
मेरे श्याम आ रहे हैं।।
लेखक / गायक – सचिन निगम।
(बाराबंकी) मो. 8756825076
A super bhajan and jhanki entry