मेरे श्याम कभी तो खबर लो,
आस तुझसे लगाए हम,
ठोकरें जग की खाए हम।।
तर्ज – तेरे नाम हमने किया है।
नजर दया की सांवरिये,
एक बार करो,
शरण पड़े को बाबा,
अब स्वीकार करो,
दर दर भटके,
अब तेरे दर आए है,
हारे है हारो को ना इंकार करो,
साथ तेरा, साथ तेरा,
साथ तेरा मिल जाए तो,
फिर सुधर जाएगा ये जनम,
ठोकरें जग की खाए हम।
मेरे श्याम कभी तो खबर लों,
आस तुझसे लगाए हम,
ठोकरें जग की खाए हम।।
करूणानिधि हो,
अब करुणा दिखलाओ तुम,
धीर छूटता,
आकर धीर बंधाओ तुम,
वक्त दिशा,
हालत के आगे हारे हम,
काल की बाबा,
अब तो चाल फिराओ तुम,
तेरी मेहर, तेरी मेहर,
तेरी मेहर की जो नजर हो,
पल में थम जाएंगे सारे गम,
ठोकरें जग की खाए हम।
मेरे श्याम कभी तो खबर लों,
आस तुझसे लगाए हम,
ठोकरें जग की खाए हम।।
हमने सुना दरबार तेरा,
निराला है,
हर बेचारो का बाबा,
रखवाला है,
आँखों को पढ़ लेता,
तू बस आँखों से,
सच्चा लखदातार,
तू खाटू वाला है,
तेरी डगर, तेरी डगर,
तेरी डगर बाबा चले हम,
‘गोलू’ चाहे कृपा हरदम,
ठोकरें जग की खाए हम।
मेरे श्याम कभी तो खबर लों,
आस तुझसे लगाए हम,
ठोकरें जग की खाए हम।।
मेरे श्याम कभी तो खबर लो,
आस तुझसे लगाए हम,
ठोकरें जग की खाए हम।।
Singer – Swati Dahima