मेरी आंखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो,
नजारा हो तो तेरा हो,
नजारा हो तो तेरा हो,
सहारे और ना चाहूं,
सहारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो।।
लबों पे नाम हो तेरा,
तेरी सूरत जिगर में हो,
सुनू मैं नाम जब तेरा,
तेरी मूरत जिगर में हो,
जुबान मेरी जो जय बोले,
जय कारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो।।
हे विनती दास की इतनी,
ना चरणों से जुदा करना,
तुम्हारे प्रेम बंधन में,
रहे जीवन सदा मेरा,
जगत के फंद जो काटे,
इशारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो।।
मेरी आंखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो,
नजारा हो तो तेरा हो,
नजारा हो तो तेरा हो,
सहारे और ना चाहूं,
सहारा हो तो तेरा हो,
मेरी आँखों में सतगुरु जी,
नजारा हो तो तेरा हो।।
गायक – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी मो – 9754032472
https://youtu.be/MVOh6yQ5UdY