मेरी अर्जी कर मंजूर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो,
अरधर लाल लंगूर बजरंग,
भक्तो के रखवाले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
चौबीस घंटे नाम रटे जांं,
हनु हनु हनुमान रटे जांं,
तेरी जोत पे ध्यान डटे जा,
जब तं होश संभाले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
छोटा सा दरबार सजाया,
उस में हनुमत मने बिठाया,
एक दो बै सुपने में आया,
जग के तू रखवाले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
चोला धरा सिंदुरी रंग का,
दे दे दूत मने कोई ढंग का,
मेट दी मेरे दिल की शंका,
सबके संकट टाले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
अशोक भगत तनै टोहण लागया,
मेहंदीपुर मंदिर में आ गया,
बैठा तू मेरे घट में पागया,
तेरे खेल निराले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
मेरी अर्जी कर मंजूर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो,
अरधर लाल लंगूर बजरंग,
भक्तो के रखवाले हो,
मेरी अर्जी कर मंजुर बाबा,
लाल लंगोटे वाले हो।।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )