मेरी अर्जी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो,
मैं तो झोली पसारे खड़ा,
नहीं मुझको निराश करो,
मेरी अरजी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो।।
तर्ज – जिंदगी की ना टूटे।
तूने पग पग संभाला मुझे,
आज क्यों हाथ छोड़ा मेरा,
मुझ में क्या खामियाँ आ गई,
क्या नहीं दास अब मैं तेरा,
हाथ थामों कृपा अब करो,
हे दयालु दया अब करो,
मेरी अरजी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो।।
क्या कहूँ दिल की हालत है क्या,
मेरे दिल में है जज्बात क्या,
तुम तो सब जानते हो मेरी,
मेरी हस्ती की औकात क्या,
पहले जैसी कृपा अब करो,
हे दयालु दया अब करो,
मेरी अरजी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो।।
मेरी साँसों की तू आस है,
इस दिल का तू अहसास है,
मेरे दिल में ये विश्वास है,
मेरे नैनो की तू प्यास है,
मुझपे उपकार अब ये करो,
हे दयालु दया अब करो,
मेरी अरजी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो।।
मेरी अर्जी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो,
मैं तो झोली पसारे खड़ा,
नहीं मुझको निराश करो,
मेरी अरजी पे गौर करो,
हे दयालु दया अब करो।।
Singer – Pawan Bhatiya Ji