मेरी अर्जी ये बाईसा,
बाबोसा तक पहुँचा देना,
तेरी याद में दीवाना रोए,
उसे चरणों से लगा लेना,
ओ बाईसा सुनो बाईसा,
प्यारी बाईसा हमारी बाईसा।।
तर्ज – मेरा दिल भी कितना।
मेरी छोटी सी एक अर्जी है,
अब आगे तुम्हारी मर्जी है,
नादान हूँ मैं कुछ ना समझु,
मेरी भूलो को भुला देना,
मेरी अरजी ये बाईसा,
बाबोसा तक पहुँचा देना।।
मेरे दिल की यही तमन्ना है,
मेरी अर्जी ये पूरी करना है,
‘दिलबर’ मुझको अपनाकर तुम,
चरणों से अपने लगा लेना,
मेरी अरजी ये बाईसा,
बाबोसा तक पहुँचा देना।।
बाबोसा से मेरा नाता है,
मुझे कुछ भी ना अब भाता है,
एक बार वो दर्शन दे दे मुझे,
बाबोसा से ये कह देना,
मेरी अरजी ये बाईसा,
बाबोसा तक पहुँचा देना।।
मेरी अर्जी ये बाईसा,
बाबोसा तक पहुँचा देना,
तेरी याद में दीवाना रोए,
उसे चरणों से लगा लेना,
ओ बाईसा सुनो बाईसा,
प्यारी बाईसा हमारी बाईसा।।
गायक – श्री पी. गणेश (प्लेबैक सिंगर) मुम्बई।
लेखक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365