मेरी दुनिया मेरी खुशियां,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
तर्ज – ये दुनिया ये महफ़िल।
तू ही है रास्ता,
तू ही मेरा मुकाम है,
तेरे नाम से ही श्याम,
प्रभु मेरा नाम है,
दुनिया के लिए होगी,
ये दुनिया बहुत बड़ी,
मेरी दुनिया शुरू तुमसे,
तुम पर तमाम है,
मेरी दुनिया मेरी खुशियाँ,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
तुमसे ही प्रेम और,
शिकायत तुम्हीं से है,
कुछ पाना हो अगर तो,
वो चाहत तुम्हीं से है,
तुमसे ही मेरी अर्ज़ी,
तुमसे मेरी विनय,
तुमसे ही मेरा झगड़ा,
बग़ावत तुम्ही से है,
मेरी दुनिया मेरी खुशियाँ,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
सर्वस्व माना तुमको,
जैसे भी चाहे तुम रखो,
मेरी ज़िंदगी के लेखक,
जो कुछ भी चाहे तुम लिखो,
चाहे खुशियों का मुझे राग दो,
चाहे मुझको गम की आग दो,
चाहे निर्मल कर दो मन मेरा,
चाहे दुनिया भर के दाग दो,
मेरी दुनिया मेरी खुशियाँ,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
अम्बर से बोलो आखिर,
होता है सूरज कब जुदा,
मेरे भी मन मंदिर में,
महसूस होता तू सदा,
‘रजनी’ पर ये उपकार हो,
चाहे बंद तुम्हारे द्वार हो,
‘सोनू’ जब भी देखूँ जिधर,
नज़रो को तेरा दीदार हो,
Bhajan Diary Lyrics,
मेरी दुनिया मेरी खुशियाँ,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
मेरी दुनिया मेरी खुशियां,
मेरे श्याम है तू ही,
मेरे श्याम है तू ही।।
Singer – Rajni Ji Rajasthani