मेरी जिंदगी का गुजारा,
आपके हाथों में है,
आपके हाथों में है,
आपके हाथों में है,
मेरा ये परिवार सारा,
आपके हाथों में है।।
जीवन की ये नैया दादा,
अब तुम्हारे हवाले है,
चाहे डुबो दो या दो किनारा,
आपके हाथों में है,
मेरी ज़िन्दगी का गुजारा,
आपके हाथों में है।।
पार्श्व भैरव आपके,
चरणों मे दे दो शरण,
ठुकरा दो या दो सहारा,
आपके हाथों में है,
मेरी ज़िन्दगी का गुजारा,
आपके हाथों में है।।
काला गोरा भेरूजी,
देखलो मुझे एक नजर,
मेरी ज़िन्दगी का गुजारा,
आपके हाथों में है,
मेरी किस्मत का सितारा,
आपके हाथों में है।।
है बड़ा अनमोल ‘दिलबर’,
तेरा मेरा ये रिस्ता,
छुटे न कभी द्वार तुम्हारा,
आपके हाथों में है,
मेरी ज़िन्दगी का गुजारा,
आपके हाथों में है।।
मेरी जिंदगी का गुजारा,
आपके हाथों में है,
आपके हाथों में है,
आपके हाथों में है,
मेरा ये परिवार सारा,
आपके हाथों में है।।
गायक – नाकोड़ा भक्त अनमोल जैन।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365