मेरी जिस ओर नजर जाती है,
तेरी मूरत ही नजर आती है,
बाबोसा तुम पे ठहर जाती है,
देखके तुझको सँवर जाती है,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले।।
तर्ज – चल तेरे इश्क़ में पड़।
इन निगाहो में बस तेरा नूर हो,
मेरे बाबोसा ना मुझसे दूर हो,
खुशियों से भरे,
अश्को की लहर आती है,
देखके तुझको सँवर जाती है,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले।।
नैना पागल मेरे तुझमे खो गये,
प्रीत तुमसे लगा ये तेरे हो गये,
याद तेरी सदा,
हर घड़ी हर पहर आती है,
देखके तुझको सँवर जाती है,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले।।
नैनो के रास्ते दिल मे आओ मेरे,
‘दिलबर’ भक्ति के है ये भाव मेरे,
रुख करलो इधर,
देखलु मैं जी भर आंखे भर आती है,
देखके तुझको सँवर जाती है,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले।।
मेरी जिस ओर नजर जाती है,
तेरी मूरत ही नजर आती है,
बाबोसा तुम पे ठहर जाती है,
देखके तुझको सँवर जाती है,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले,
जय श्री बाबोसा चूरू वाले।।
गायक – अभिषेक शर्मा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365