मेरी कुटिया में श्याम आया,
हो,,मेरी कुटिया मे श्याम आया,
देखें इतने आंसू बहते,
दुख पाऊं क्यों इसके रहते,
सिर पर हाथ फिराया,
मेरी कुटिया में श्याम आया।।
तर्ज – मेरा परदेसी ना आया।
आंसू बहाए जग के आगे,
सबने ही धुतकारा,
हार गया तो श्याम सजन को,
दिल से मैंने पुकारा,
देख ना पाया रोते हुए को,
आकर गले लगाया,
मेरी कुटिया में श्याम आया।।
अब तो जीवन श्याम हवाले,
छोड़ दी दुनियादारी,
दामन छोटा पड़ गया मेरा,
इतना दिया दातारी,
चिंता मत कर मेरे रहते,
श्याम ने है समझाया,
मेरी कुटिया में श्याम आया।।
रहमत इनकी जब से हुई है,
रहती नहीं फिकर है,
अब तो मेरे सुख या दुख पर,
बाबा रखता नजर है,
‘चोखानी’ भी इनकी दया का,
माल खजाना पाया,
मेरी कुटिया में श्याम आया।।
मेरी कुटिया में श्याम आया,
हो,,मेरी कुटिया मे श्याम आया,
देखें इतने आंसू बहते,
दुख पाऊं क्यों इसके रहते,
सिर पर हाथ फिराया,
मेरी कुटिया में श्याम आया।।
Singer : Amit Nama