मेरी माँ वरगी,
कोई माँ नहीं होणी,
एड़ी चंगी एड़ी भोली,
ओह ए तो सबतो सोणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
सिफ्ता करदी थकड़ी न,
मै की की करा ए जिकरा,
रोटी खाली हैं मेरे पूत ने,
हर वेले ए फिकरा,
ज़िथे बैठ के लाड़ लड़ाए हो हो,
उस तो पवित्र था नी होणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
देश विदेश जिथे वी होवा,
हर था रखदी पहरा,
तिढ़ दिया गला पूछ लेंदी ओ,
देखके मेरा चेहरा,
गम दी लाज़ विच चुलस रहे नू,
उस तो ठंडी छा नी होणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
ओखे सोके दिन ज़िन्दगी दे,
पता नहीं किवे टल गए,
सदके ओसदी सूज भुझ,
असी बहन भरा किवे पल गए,
उस दी गोद विच घड़ी जो बीती,
हरिदासी ओ पहचान नहीं होणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
सारे रिश्ते अपनी था पर,
एक वी जया न माँ दे,
माँ न मरे दुश्मन दी वी रबा,
ऐसा विधान बना दे,
माँ मरने तो पहला हे मरजा,
ओह कट जाये मेरी जोणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
मेरी माँ वरगी,
कोई माँ नहीं होणी,
एड़ी चंगी एड़ी भोली,
ओह ए तो सबतो सोणी,
मेरी मां वरगी,
कोई माँ नहीं होणी।।
स्वर – हैप्पीशर्मा श्रीहरिदासी जी।
Upload – Pankaj Kapoor
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