मेरी माता आईये री,
चौगाणन जोत पे
चौगाणन जोत पे,
मदाणन जोत पे।।
तेरे भगता ने मैया,
दरबार सजाया री,
फूलों से यो प्यारा,
तेरा हार बनाया री,
मने दर्श दिखाइए री,
चौगाणन जोत पे,
मेरी माता आईयें री,
चौगाणन जोत पे।।
बेटा बेटी बैठे,
माँ तेरे चरणों में,
आके ने तने माता,
बेड़ा पार करना से,
तू हाजरी लाइए री,
चौगाणन जोत पे,
मेरी माता आईयें री,
चौगाणन जोत पे।।
डगमग नैया डोले से,
मां दे दे सहारा,
तेरा आशीर्वाद पाके,
हो जा पोबारा,
तू कृपा करिए री,
चौगाणन जोत पे,
मेरी माता आईयें री,
चौगाणन जोत पे।।
नीरज शर्मा आया,
मां तेरे दर पे री,
आके ने तू हाथ माता,
सिर पे धरिये री,
यो करे तेरा गुणगान,
चौगाणन जोत पे,
मेरी माता आईयें री,
चौगाणन जोत पे।।
मेरी माता आईये री,
चौगाणन जोत पे,
चौगाणन जोत पे,
मदाणन जोत पे।।
लेखक / गायक – नीरज शर्मा खेड़का।
9728792190
प्रेषक – अनुपम शर्मा।
7988430353