मेरी सांसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है,
मेरे श्याम के चलते जग में मेरा नाम है,
मेरे श्याम के चलते जग में मेरा नाम है,
मेरा नाम है, मेरा नाम है,
मेरी साँसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है।।
तर्ज – कब तक चुप बैठे।
ना जाने कौन करम से,
ये श्याम कृपा है पाई,
किस्मत से ज्यादा देखो,
हमे शोहरत है पाई,
दुनिया के आगे रोने का क्या काम है,
क्या काम है, क्या काम है,
मेरी साँसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है।।
जबसे ये लगन लगी है,
मस्ती में मैं रहता हूँ,
श्री श्याम नाम का प्याला,
मैं तो पिया करता हूँ,
सर चढ़कर बोले मेरे श्याम का जाम है,
हाँ जाम है, हो जाम है,
मेरी साँसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है।।
कलयुग का देव निराला,
है बाबा श्याम हमारा,
दानी दातार बड़ा है,
हारे का है ये सहारा,
‘सूरज’ को लगता प्यारा खाटू धाम है,
खाटू धाम है, खाटू धाम है,
मेरी साँसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है।।
मेरी सांसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है,
मेरे श्याम के चलते जग में मेरा नाम है,
मेरे श्याम के चलते जग में मेरा नाम है,
मेरा नाम है, मेरा नाम है,
मेरी साँसो में बसता मेरा श्याम है,
मेरे जीवन में हर पल ही आराम है।।
Singer – Vikas Agrahari
Supar bhut ahha hai
Nice