मेरी तुमसे लड़ाई है,
दोहा – दर दर भटक लिया,
तेरे दीदार के लिए,
और चुन चुन कर फूल लाया हूँ,
तेरे हार के लिए,
अब तारो या ना तारो ये,
मर्जी तुम्हारी है,
जमाने की खाई ठोकरे,
तेरे दरबार के लिए,
फरियादी है खामोश मगर,
ज़िद पे अड़ा है,
दीवाना बड़ी देर से,
तेरे दर पे खड़ा है।
आवाज़ देगी मैया,
मैं इंतेज़ार में बैठा हूँ,
रख दो हाथ दया का सर पे,
मैं भी तो तेरा बेटा हूँ।।
मेरी बिगड़ी बनाने में,
क्यों देर लगाई है,
मेरी तुमसे लड़ाई है,
हाँ मेरी तुम से लडाई है।।
आज बचालो मैया,
तुमको पुकारा है,
सारे जहाँ में नही,
कोई हमारा है,
फरियाद सुनाई है,
हाँ फरियाद सुनाई है,
मेरी तुम से लडाई है,
हाँ मेरी तुम से लडाई है।।
मुश्किल ये अपनी मैया,
किसको सुनाऊं मैं,
छोड़कर तुम्हारा मंदिर,
और कहां जाऊं मैं,
तेरी जग में बड़ाई है,
हाँ तेरी जग में बड़ाई है,
मेरी तुम से लडाई है,
हाँ मेरी तुम से लडाई है।।
भीख दया की मैया,
तुमसे ही पाऊंगा,
आज तुम्हारे दर से,
खाली ना जाऊंगा,
मैंने अर्जी लगाई है,
हाँ मैंने अर्जी लगाई है,
मेरी तुम से लडाई है,
हाँ मेरी तुम से लडाई है।bd।
प्रेमी दीवाना तेरा,
क्यों तड़पाती हो,
ममतामई इस जग में,
तुम कहलाती हो,
लाखों की बनाई है,
तूने लाखों की बनाई है,
मेरी तुम से लडाई है,
हाँ मेरी तुम से लडाई है।bd।
Singer – Chhappan Indori
Upload – Pawan Singhal
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