मेरो गोपाल झूले पलना,
मदन गोपाल झूले पलना,
पलना पलना पलना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
काहे को सखी बनो रे पालनो,
काहे की बाँधी डोरी,
सोने को पलना रेशम की डोरी,
चित्त करत है चोरी,
पलना ललना दोनों ते मेरी,
नजर हटे ना एक पल ना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
कौन लला को पलना झुलावे,
लोरी कौन सुनावे,
नंदराय जी पलना झुलावे,
जसोदा लोरी गावे,
रंग सांवरो सुघड़ लाल छब,
जाने हस हस छलना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
मथुरा जी ते ले के निकरो,
सिर पर आंधी पानी,
बिच में मिल गई जमुना मैया,
अपनी ही पटरानी,
कल कल करती नदी ने पाए,
बिन पग धोए कल ना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
रात ही रात नगर घर बदलो,
बदले बाबुल मैया,
त्रेताजुग को राम बन्यो,
द्वापर में कृष्ण कन्हैया,
रूप बदलने वाले मोहन,
तू हमसे ना बदलना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
मेरो गोपाल झूले पलना,
मदन गोपाल झूले पलना,
पलना पलना पलना,
मेरो गोपाल झूलें पलना,
मदन गोपाल झूले पलना।।
Singer – Deepmala and Rachna
Lyricist – Ravindra Jain Ji