म्हाने गोदया में उठाल्यो रामापीर,
बिलखे थारो टाबरियो,
टाबरियो रे थारो टाबरियो।।
छोटा छोटा पगळ्या सु यों,
मन्दिर माहि घूमे,
चारु मेऱ घुमावे नजरा,
बाबो जी ना दिखे,
ओ लेके बार बार,
थारो ही रे नाम,
बिलखे थारो टाबरियो।।
ना समझ नादान है बाबा,
थोड़ी दया थे करज्यो,
देख नहीं जो पावे थाने,
थे ही दया अब करज्यो,
ओ थारे टाबरिया री,
राखो बाबा लाज,
बिलखे थारो टाबरियो।।
थारे काणी भाग्ये बाबा,
गोदी में ना टिके,
हाथ जोड़े है थारे काणी,
जय बाबा री बोले,
ल्यायो थारे ताहि,
मोत्या वालों हार,
बिलखे थारो टाबरियो।।
थारी दया जन्मयों बाबा,
थाने मैं तो ध्याऊ,
थारी मे तो ज्योत जगाऊ,
एसो म्हाने वर दो,
ओ आसु बार बार,
पैदल थारे द्वार,
बिलखे थारो टाबरियो।।
प्रिंस सोनी नाम है म्हारो,
तोलाराम है भाई,
महक सोनी ईसू सोनी,
बड़ी बहना म्हारी,
ओ थारे टाबरिया पर,
धरजो बाबा ध्यान,
बिलखे थारो टाबरियो।।
म्हाने गोदया में उठाल्यो रामापीर,
बिलखे थारो टाबरियो,
टाबरियो रे थारो टाबरियो।।
गायक – गोपाल सोनी रतनगढ़।
9982095020