याद करां थारी बातां ने,
नींद ना आवे रातां ने,
म्हाने खाटू माहि बुलाल्यो,
जी श्याम धणी।।
पंख जो होता म्हारो बाबा,
खाटू में उड़ आतो जी,
व्याकुल मन ने श्याम धणी मैं,
थारो दर्श करातो जी,
दिखलाओ दातारी थे,
सुणल्यो अर्जी म्हारी थे,
म्हानें खाटू माहि बुला ल्यो,
जी श्याम धणी।।
रो रो थारी याद में दाता,
आंख्यां दुखन लागी है,
कद होसी म्हारे श्याम का दर्शन,
मन मा याही लागी है,
नैणा माहि नीर बहे,
बांध्या भी ना धीर बंधे,
म्हानें खाटू माहि बुला ल्यो,
जी श्याम धणी।।
थाने बिन देख्यां ओ बाबा,
चैन कठे भी आवे ना,
बाबा थारी याद या म्हारी,
जान कदे ले जावे ना,
क्यूँ ना दर्शन दिखलावे,
माधव ने यूँ तरसावे,
म्हानें खाटू माहि बुला ल्यो,
जी श्याम धणी।।
याद करां थारी बातां ने,
नींद ना आवे रातां ने,
म्हाने खाटू माहि बुलाल्यो,
जी श्याम धणी।।
Singer – Bulbul Agarwal