म्हारा देव नारायण नाथ,
बैठा खेमाणा के माय,
भक्ता की अर्जी सुणज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
कोई जागरण वाली रात,
सब टाबर आया द्वार,
देवजी जागरण वाली रात,
सब टाबर आया द्वार,
भक्ता ने दर्शन देवज्यो,
वो म्हारा नाथ,
बैठा म्हारा देवनारायण नाथ,
बैठा खेमाणा के माय,
भक्ता की अर्जी सुणज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
देवजी दुःखीया द्वारे आय,
दुःखीया रा दुःखडा मिटाए,
नारायण दुःखीया द्वारे आय,
दुःखीया रा दुःखडा मिटाए,
भक्ता ने दर्शन देवज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
थाके बांज्या आवे द्वार,
बांज्या के पालणिया बंधाएं,
कोई बांज्या आवे द्वार,
बांज्या के पालणिया बंधाएं,
भक्ता की अर्जी सुणज्यो,
वो म्हारा नाथ देवजी।।
जागरण वाली रात,
मैं थाने मनावा आज,
कोई जागरण वाली रात,
मैं थाने मनावा आज,
आसन वेगा आवज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
भोपाजी हिरालाल जी द्वार,
चरणा में जोड़े हाथ,
भोपाजी सोहनलाल जी द्वार,
चरणा में जोड़े हाथ,
चरणों में सब ने राखज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
देवजी गाडरी समाज,
चरणा में जोड़े हाथ,
नारायण गुर्जर समाज,
चरणा में जोड़े हाथ,
भक्ता ने चरणा में राखज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
म्हारा देव नारायण नाथ,
बैठा खेमाणा के माय,
भक्ता की अर्जी सुणज्यो,
वो म्हारा नाथ।।
गायक – भगवत सुथार।
प्रेषक – लोकेश गाडरी, खेमाणा।