म्हारा सांवरिया सिरमौर,
थारा बंद दरवाजा खोल,
ओ माखन चोर मिश्री चोर,
गलियन गलियन शोर,
मंडफिया वाला श्याम धणी,
तू हंसकर मुखड़े बोल,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
कलयुग में तीरथ है मोटो,
म्हारा श्याम धणी तू है मोटो,
कोई नहीं है म्हारो बाबा,
ई दुनिया रे माय,
डूबतडी नैया ने तारो,
सांवरिया जी श्याम,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
भक्तां ने लागो थे प्यारा,
थारा जुग में परचा है न्यारा,
आंधा ने आंखड़या देवो ,
लूला ने दे पाँव,
मंडफिया वाला श्याम धणी,
तू अब तो पलक उघाड़,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
रोता ने हँसता तू किना,
दुखिया रा दुखड़ा तू लीना,
दुखिया रा दातार सांवरा,
म्हारी सामो नाळ,
भक्ता रा दातार म्हासु,
एकर मुखड़े बोल,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
भक्ता रे कारण तू आवे,
सूरत रे थारी मन भावे,
‘जगदीश’ री है अरज विनती,
थारा चरणा माय,
भक्ता रा दातार म्हासु,
एकर मुखड़े बोल,
Bhajan Diary Lyrics,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
म्हारा सांवरिया सिरमौर,
थारा बंद दरवाजा खोल,
ओ माखन चोर मिश्री चोर,
गलियन गलियन शोर,
मंडफिया वाला श्याम धणी,
तू हंसकर मुखड़े बोल,
म्हारा साँवरिया सिरमोर,
थारा बंद दरवाजा खोल।।
गायक – जगदीश जी वैष्णव।