म्हारी आद भवानी,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ,
राठोड़ा रानी,
बेगी तो आवो ऐ म्हारी।।
राठोडा रानी,
गणी पुराणी थारी धाम,
ऐ मारी आद भवानी,
दरसण तो आयो ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ।।
जगदम्बा मारी,
लूला तो पड़िया थारे चरना ऐ,
राठोडा माई,
पांवा चलाओ ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ।।
राठोडा रानी आशा ले आया,
थारी चरना ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
आश बांधवो ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ।।
राठोडा रानी कलयुग में,
परचा थारा भारी,
म्हारी आद भवानीं,
परचा थे देवो ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ।।
जग जननी अम्बा,
भगत धरम जी थाने ध्याता ये,
मारी आद भवानी,
भगत धरम जी थाने गाता,
ऐ म्हारी आद भवानीं,
चरना में राखो ऐ,
म्हारी आद भवानीं,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ।।
म्हारी आद भवानी,
भगता रे बेलु बेगी आवो ऐ,
राठोड़ा रानी,
बेगी तो आवो ऐ म्हारी।।
लेखक और गायक – धर्मेंद्र तंवर उदयपुर।
9829202569
https://youtu.be/rNI5tlpZuPM