म्हारी अटक्यौडी फाईल ने,
वैरिफाई करदौ हौ,
मण्डफिया आला सैठ सांवरिया,
थारी चौखट ऊपर,
उठतौ पडतौ आयौ हौ,
सूंणलै म्हारा सैठ सांवरिया।।
थारी मण्डफिया नगरी सबनै,
सोंणी सोंणी लागै हौ,
सोंणो थारौ महल सांवरिया,
थारी चौखट पर हारया की,
किस्मत जागै हौ,
करदै म्हांपै महर सांवरिया।।
जूल्मीं दूनिम म दर दर की,
ठौकर खायौ हौ,
क्रपा करदै सैठ सांवरिया,
अब मैं हारयौ हारयौ थारै,
भरौसै बैठयौ हौ,
सूंणलै म्हारा सैठ सांवरिया।।
म्हारी जिंदगांणी म दूखडा,
लाख भरयौडा रै,
डिलीट करदै सैठ सांवरिया,
थारा नांम की माला,
थारा दर प फैरूं रै,
दर्शंण दैदै सैठ सांवरिया।।
म्हारौ गरीबी सूं अब तौ,
पिण्ड छूढादै रै,
सैठां आला सैठ सांवरिया,
म्हारै थारै जैसौ,
ऊंचो महल बंणादै रै,
थांसूं म्हारी आस सांवरिया।।
थारा मण्डफिया में सबनै ही,
खूशियां मिलती हौ,
म्हांनै भी दैदै सैठ सांवरिया,
म्हारी पैंडिंग फाईल नै,
ओके करदै हौ,
करदै हौ दयालू सांवरिया।।
थानै पूरण गुर्जर,
लिख लिख लेटर भैजै वौ,
पढलौ मारा सेठ सांवरिया,
लादू जिंगपुरा सु,
आयौ सरणा थारी हो,
अब तो सुन लो सेठ सांवरिया।।
म्हारी अटक्यौडी फाईल ने,
वैरिफाई करदौ हौ,
मण्डफिया आला सैठ सांवरिया,
थारी चौखट ऊपर,
उठतौ पडतौ आयौ हौ,
सूंणलै म्हारा सैठ सांवरिया।।
गायक – लादू जिंगपुरा।
लेखक – पुरण गुर्जर सुखामण्ड।
7014262345