म्हारी बिलाड़ा धणियाणी,
मैया कलयुग री अवतारी,
थारी बडेर माई,
केसर बरसे ज्योत सु,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
अम्बापुर सु आया मावडी,
पग पग पर्चों दिखाया,
दुखिया रा दातार आईजी,
सबरा दुखड़ा मिटाया,
आया बिलाड़ा रे माई,
मैया साथे नान्दीयो लायी,
थारा पर्चा रो तो,
पायो कोनी पार जी,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
मेवाड़ धरा रा रायमलजी ने,
राज आप ही दिराया,
सेवाज में मालन ने मैया,
पर्चों आप ही बताया,
मैया घट घट री सब जानी,
थासु रेवे बात न छानी,
थारो नाम गूंजे है,
चारो खूंट में,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
हरिदास जी ने घोडा साथे,
नदी सु पार कराया,
अहिल्याबाई अचरज लाया,
पर्चों आप बताया,
मैया भगता री लाज बचाई,
मैया करी भगतो री सहाय,
आईजी सिवरे,
जणो रे भेली रेवजो,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
चांदनी बीज ने आई अनुयायी,
धाम बिलाडे आया,
सीरवी कुल ने मां आप तारीया,
कुल रो मान बढ़ाया,
सांचे मन सु जो नर ध्यावे,
मां पल में दर्श दिखावे,
बिलाड़ा में लाल गादी,
रिद्धि रो परमाण जी,
दिवान माधव सिंह जी,
भक्त आईजी रा महान जी,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
रायपुर सु ‘मनीष सीरवी’,
भजन भाव सु बनावे,
‘माली दिनेश’ गाय सुनावे,
थाने अरज सुनावे,
मैया सीरवी समाज मनावे,
घर घर थारा हर जश गावे,
म्हारी डूबत नैया,
तारो म्हारी मावडी,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
म्हारी बिलाड़ा धणियाणी,
मैया कलयुग री अवतारी,
थारी बडेर माई,
केसर बरसे ज्योत सु,
म्हारी बिलाड़ा धनीयाणी,
मैया कलयुग री अवतारी।।
गायक – दिनेश जी माली नागौर।
लेखक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818