म्हारी चिंता हरो म्हारा नाथ थाने भगत बुलावे है
म्हारी चिंता हरो म्हारा नाथ, थाने भगत बुलावे है।। तर्ज – आ लौट के आजा मेरे मीत। श्लोक – सुमिरण दिप जलाई के, धरु हृदय में ध्यान, शरण पड़े की लाज रखो, हे मेरे गणराज। म्हारी चिंता हरो म्हारा नाथ, थाने भगत बुलावे है, ओ म्हारा खजराना महाराज, थाने भगत बुलावे है, म्हारी चिंता हरो … Continue reading म्हारी चिंता हरो म्हारा नाथ थाने भगत बुलावे है
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed