म्हारी राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारो घड़ी रे घड़ी रो राखे ध्यान,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारीं राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा।।
पल पल की म्हारी राखे खबरिया,
म्हारो बाबो श्याम,
के करणों के ना करणो,
यो जाणे इण रो काम,
अब ना कोई दुखड़ा सतावे,
राखे निजरा में बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारीं राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा।।
म्हारे सेठ सो इ दुनिया में,
ना कोई दूजो और,
फ़िकर करा क्यों मैं जग म्हे,
म्हारी एन्के हाथ में डोर,
फुलड़ा री ज्यूँ खिल ग्या म्हे तो,
राखे है तेल्या म्हारो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारीं राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा।।
हिचकी भी जे आवे म्हणे,
जी एन्को घबरावे,
म्हारी आंख्या माहि ‘योगी’,
आंसू देख ना पावे,
खूंटी ताण के सोवा म्हे तो,
राखे पलका पर म्हारो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारीं राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा।।
म्हारी राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारो घड़ी रे घड़ी रो राखे ध्यान,
म्हे चिंता काई बात री करा,
म्हारीं राखे रूखाळी बाबो श्याम,
म्हे चिंता काई बात री करा।।
स्वर – नम्रता करवा।