म्हारो राम बसे रूणिचा में,
दोहा – रंग रंगीले राजस्थान में,
देखे अजब नजारे है,
कण कण मे यहाँ आन बसे है,
इस धरती पर देव हमारे है,
अपनी अपनी शोभा सबकी,
अपनी अपनी महिमा है,
कुदरत ने कर दिया यहाँ पर,
देखा अजब करिश्मा है।
तर्ज – म्हारो श्याम बसे खाटू माहि।
हरि ओम् हरि ओम् हरि ओम्,
ओ रे राम बसे रूनीचा में,
खेले श्याम खाटू में,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
मख मलीया धोरां माई,
विष्णु रो वास है विष्णु रो वास है,
भगता संग मानव वेश में,
हरि रो निवास है हरि रो निवास,
रे मनवा रे ए क्यु डोले तू दर दर पे,
धर घट में ध्यान रे,
घट घट री जाने बाबो,
घट घट माई,
मारो राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
भटीयाणी जी रो मिन्दर,
चावो सिरमौर है चावो सिरमौर है,
दुखीया रा दुखडा मेटे,
मोटो दरबार है मोटो दरबार,
ए भगता रे दुखीया रा दुखडा मेटे,
देवे वरदान रे,
जसोल वाली मात स्वरूपा,
माजीसा कहलाय,
मारो राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
राई रो पत्थर करदे,
पत्थर ने राई पत्थर ने राई,
देशनोक धाम पूजीजे,
श्री करणी माई श्री करणी माई,
ओ बीरा रे जोधाणो बिकानो हाथा,
थरप्यो देशान रे,
करणी जी राज करे है देशनोक माय,
मारो राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
गोगा पाबू ओर तेजल,
जाम्भोजीरी जामन जाम्भोजीरी जामन,
संता शूरा री धरती,
मरूधर बडभागन मरूधर बडभागन,
ओ बीरा रे ए मीरा कर्मा री मावड,
है विराथान रे,
मरूधर री धरती प्यारी,
जय राजस्थान,
मारो राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
म्हारो राम बसे रूणिचा में,
खेले श्याम खाटू में,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे,
खेले श्याम खाटू मे,
करणी माता आप बिराजे,
देशनोक माय,
ओ रे राम बसे रूनीचा मे ओ।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818