म्हे तो हर दम खाटू आवा,
थे म्हारे कब आवोगा,
थे ही म्हारा मात पिता हो,
कदसी दरश दिखाओगा,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
तर्ज – मैं हूँ तेरा नौकर बाबा।
जब जब थारो हुकुम हुयो तो,
थारे द्वारे आवा जी,
सुख दुःख की म्हे सारी बातां,
थारे ही तो बतावा जी,
दर्शन खातिर नैना तरसे,
कदसी दरश दिखाओगा,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
कब की थारी बाट उडीका,
बाबा थाने आनो है,
लीले चढ़कर आओ बाबा,
रुखा सूखा खाकर बाबा,
भगत को मान बढ़ाओगा,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
बचपन सु हूँ थारो सेवक,
लगन लगी म्हाने थारी,
दुनिया ने म्हे ठुकराया हाँ,
विनती सुनली थे म्हारी,
थारी शरण में बैठ्यो बाबा,
मोरछड़ी लहराओगा,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
‘दिनेश शेखावत’ श्याम बाबा,
या ही अरज लगावे है,
भक्ता के घर आता रहियो,
जो भी थाने बुलावे है,
म्हाने तो ये आस है बाबा,
भव से पार लगाओगा,
Bhajan Diary Lyrics,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
म्हे तो हर दम खाटू आवा,
थे म्हारे कब आवोगा,
थे ही म्हारा मात पिता हो,
कदसी दरश दिखाओगा,
म्हे तो हर दम खाटू आवां,
थे म्हारे कब आवोगा।।
Singer & Lyrics – Dinesh Shekhawat