मिग्सर की पाँचम है आई,
लाई ख़ुशियाँ अपार,
अरे झूमो अरे नाचो गावो,
आया मिग्सर त्योहार।।
अरे आई मिग्सर पाँचम की,
बड़ी ही पावन रात,
बाबोसा स्वयं आकर करते,
कृपा की बरसात,
अरे स्वर्ग लोक से आते है देखो,
चूरू के सरकार,
अरे झूमो अरे नाचो गावो,
आया मिग्सर त्योहार।।
बाबोसा भगवान का इस दिन,
हुआ था राजतिलक,
भक्त हजारो आते,
पाने को एक झलक,
स्वर्ग सा लागे है नजारा,
खूब सजा दरबार,
अरे झूमो अरे नाचो गावो,
आया मिग्सर त्योहार।।
बाबोसा की दिव्य ज्योत पर,
बाईसा पधारे है,
आहुति देकर बाईसा,
बाबोसा को पुकारे है,
भक्तो का कल्याण करो,
है बाबोसा भगवान,
अरे झूमो अरे नाचो गावो,
आया मिग्सर त्योहार।।
मिग्सर की पाचम है आई,
लाई ख़ुशियाँ अपार,
अरे झूमो अरे नाचो गावो,
आया मिग्सर त्योहार।।
स्वर – दिव्यांश,संगीता,
सम्यता,हर्ष,राजुल।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365